जय श्री राधे | श्री कुंजबिहारिणे नमः । जय श्री कृष्ण
बृज चौरसी कोस के तीर्थ जो करलेत। लख चौरासी यौन के संकट हरि हरलेत।।
श्री गिरिराज बाबा की असीम कृपा से दिव्य बृज चौरासी कोस यात्रा
बृज यात्रा का महत्व चौरसी लाख योनियों से मुक्ति
बृजबिहारी जी महाराज के सानिध्य में वाहनों के द्वारा 7 दिवसीय बृज चीरासी कोस की यात्र
दिनांक : 14 मार्च (रविवार) 2021 से 20 मार्च (शनिवार) 2021 तक
पहला दिन : मानसी गंगा पूजन व स्नान, श्री गिरिराज जी की परिक्रमा, चकलेश्वर , राधाकुण्ड, कृष्णकुण्ड, कुसुम सरोवर , चन्द्र सरोवर , सूरदास जी की भजन स्थली , गोंसाई जी की बैठक, दानघाटी, गोविंदकुंड, पुछरी का लौठा, जतीपुरा मुखारबिन्द दर्शन।
दूसरा दिन : डीग लक्ष्मण झुला मन्दिर, आदिबद्रीनाथ , जमनोत्री, गंगोत्री, लक्ष्मण झूला, नर नारायण पर्वत, गौरीकुंड, केदारनाथ, कामेश्वर महादेव, रामेश्वर महादेव, भोजनथाली, बल्लभचरण, वापिस गोवर्धन धाम ।
तीसरा दिन : बरसाना, पीली पोखर, श्री बृषभान कुण्ड, महल सांकरी खोर, चिकसौली, गहवरवन, मोरकुटी, श्रीजीमहल, उचगांव नागाजी की कदम खण्डी, संकेत, बिहारी वापिसी गोवर्धन धाम ।
चौथा दिन : नंदगांव, नंद बैठक, आशेश्वर महादेव, कोकिलावन कोकिला बिहारी, शनिदर्शन, कोसी गोमती सरोवर, फालन प्रहलाद कुण्ड , श्री प्रहलाद दर्शन, शेरगढ़, ऐंचा दाउजी, वापिसी गोवर्धन धाम।
पाँचवा दिन : बिहारवन, अक्षय वट, तपोवन, चीरघाट, कात्यानी देवी, गरुण गोविंद, वृंदावन दर्शन, श्री यमुना जी आचमन, श्री बिहारी जी , श्री राधा बल्लभ जी, मथुरा द्वारकाधीश, श्री कृष्ण जन्म भूमि, भूतेश्वर महादेव, बिरला मंदिर, वापिसी गोवर्धन धाम।
छठा दिन : श्री मान सरोवर जी , भांडीरवन, राधारानी विवाह स्थल, बलदेव दाऊजी , उखल बंधन रमण रेती , श्री रावल राधा जी , प्राकट्य स्थल दर्शन , वापिसी गोवर्धन धाम।
सातवां दिन: मानसी गंगा स्नान , यात्रा पूर्ण संकलप , स्वेच्छा दान , ब्राह्मण भोजन के बाद में स्वधाम के लिए प्रस्थान
बृज चौरासी कोस की यात्रा सभी यात्रा से महत्वपूर्ण मानी गयी है I चौरासी कोस में 11 ज्योर्तिलिंग चार धाम, 33 करोड़ देवता निवास करते है। बृज चौरासी कोस में भगवान श्री कृष्णा , बलराम एवं अह्लादिनी शक्ति परम आराध्या श्री राधारानी की जन्म स्थली एवं क्रीड़ा स्थली रही है I यहाँ भगवान की जन्म लीला दर्शन एवं चरण चिह्न आज भी पाये जाते है । जो मनुष्य बृज चौरासी कोस की यात्रा करता है व चौरासी लाख योनियों से मुक्त हो जाता है । और उसके कोटा निकोर पाप नष्ट हो जाते हैं। जो हमारा पालन पोषण करते है। जो हमारे जन्म दाता है। उनकी समस्त बृजभूनि के दर्शन अवश्य करे। और समस्त बुज भूमि को शीश नवावे ।
जय श्री राधे जय श्री कृष्ण
बृज चौरसी कोस की विशेष सुविधा
शुद्ध देसी घी का भोजन , दो समय चाय , एक समय नाश्ता, होटल में बैडरूम की व्यवस्था होगी। प्रतिदिन सुबह चाय नाश्ता के बाद मिनी बस या गाड़ीयों के द्वारा बृज चौरासी कोस दर्शनार्थ प्रस्थान करेंगे। दोपहर को भोजन सुविधानुसार परिक्रमा मार्ग में होगा। रात्रि भोजन एवं विश्राम गोवर्धन होटल में होगा।
बृज चौरासी कोस की यात्रा शुल्क 11,101/ – ग्यारह हजार एक सौ एक रूपया
3100/- रू0 आग्रिम राशि देकर अपना स्थान शीघ सुरक्षित करावें।
संपर्क सूत्र : 9555598880, 9891181102, 9012282235